*पुलिस की कार्रवाई आरोपी के परिजन पहुंचे पुलिस अधीक्षक कार्यालय*
बलौदाबाजार - जिले के पुलिस क्षेत्र में शांति व्यवस्था का आयाम करने के लिए चखना दुकान से लेकर शराब की बड़ी-बड़ी फैक्ट्री के ऊपर में कार्रवाही कर रही हैं इसी कड़ी में पलारी पुलिस निरीक्षक शशांक सिंह के द्वारा भी क्षेत्र में हॉटस्पॉट एरिया का अवलोकन करते हुए कार्यवाही जारी रखी है बीते दिनों खैरी में अवैध कच्ची महुआ शराब की फैक्ट्री का भंडाफोड़ करते हुए आरोपी को जेल भेज दिया गया था। परंतु पलारी पुलिस के कुछ सिपाही अपने ही विभाग का नाम क्षेत्र में बदनाम कर रहे हैं, छोटे बड़े कोच्चियों से साठ- गांठ करते हुए क्षेत्र में वसूली करते हैं। आपको बता दे कि बीते दिनों पलारी पुलिस के द्वारा शराब बनाने व विक्रय करने के लिए हॉटस्पॉट गांव रामपुर में पलारी पुलिस की टीम पहुंची हुई थी जिसमें पलारी पुलिस ने बताया कि आरोपी अजय बघेल पिता सीताराम बघेल उम्र 27 वर्ष साकिन रामपुर थाना पलारी के पास से 15 लीटर महुआ शराब कीमती ₹3000 मिला जिसे जब तक करते हुए आरोपी के विरुद्ध आबकारी अधिनियम 34(2)का अपराध पंजीबद्ध करते हुए जेल भेज दिया गया है। इसके विरोध में आरोपी अजय बघेल के पिता सीताराम बघेल ने बलौदा बाजार पहुंचकर पुलिस कप्तान से उक्त कार्यवाही को झूठी कार्यवाही बताते हुए पलारी पुलिस की शिकायत किया है
आरोपी के पिता ने
लिखित आवेदन मे कोई कोई पुलिसकर्मी पर महिने महीने पैसे लेने के आरोप लगाए है .विगत दो माह के पैसे न दिए जाने पर यह झूठी कार्रवाही किया गया फरियादी ने पैसे लेनदेन के सम्बंध मे पुलिसकर्मी और उनके छोटे बेटे के कॉल रिकॉर्डिंग बतौर सबूत के रूप मे बताया है। एफआईआर मे समय करीब तीन बजे लाया है बताया जबकि उनके पुत्र को घर से साढ़े सात बजे थाना लाया गया है आवेदनकर्ता ने दावा किया है अगर पुलिस अधीक्षक महोदय चाहे तो 3 बजे से लेकर 9 बजे तक थाने का सीसीटीवीं चेक करवाले सीसीटीवीं कैमरे से स्पष्ट हो जायेगा कि यह कार्रवाही फर्जी है मेरे पुत्र को ज़ब गाँव से ले जाया गया तो न तो घर मे शराब मिली थी और नहीं थाने पहुंचने पर उनको थाने मे बिठाया गया तो गाड़ी से किसी भी प्रकार शराब जप्ती की गयी।
अब ऐसे में आवेदन करता का यह दावा सत्य या असत्य है यह तो जांच का विषय होंगा
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मामले की जायजा लेने हमारे संवाददाता के द्वारा, पलारी पुलिस निरीक्षक शशांक सिंह को कॉल किया गया लेकिन संपर्क नहीं हो पाया कॉल रिव्यु नहीं किया,
जानते हैं खबर प्रकाशन के बाद अधिकारी कर्मचारी क्या सूट लेते हैं तब तक के लिए लगातार बने रहे,,,.