मोहम्मद अकबर ने FIR को बताई साजिश
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वहीं इस मामले पर पूर्व मंत्री मोहम्मद अकबर ने खुद के खिलाफ दर्ज FIR को एक साजिश बताते हुए कहा है कि, नौकरी लगाने के नाम पर पैसा लेने के आरोपी शिक्षक की आत्महत्या मामले में मृतक को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में उन पर FIR दर्ज करना साजिश है। उन्होंने इस संबंध में दस्तावेज जारी कर मामले का खुलासा किया है। जिसके अनुसार 14 अगस्त को शिक्षक देवेन्द्र कुमार कुमेटी ने थाना प्रभारी डौंडी को आवेदन दिया था। जिसमें लोगों से पैसा लेना कुबूल करते हुए उनके साथ शामिल लोगों के नाम बताये गए हैं। मोहम्मद अकबर ने बताया कि कुमेटी के द्वारा दिए गए आवेदन को सरकार छिपा रही है।
कुछ दिनों पहले शिक्षक ने की थी आत्महत्या
उल्लेखनीय है कि, कुछ दिनों पहले आदिवासी समाज के एक प्रतिष्ठित परिवार से आने वाले शिक्षक देवेंद्र कुमार कुमेटी ने आत्महत्या की थी। मृतक शिक्षक ने मरने से पहले सुसाइड नोट लिखा था। जिसमें उसने पूर्व मंत्री मो. अकबर सहित तीन अन्य लोगो को अपनी मौत का जिम्मेदार बताया है। जिसके बाद आज डौंडी थाने में बीएनएस की धारा 108 के तहत केस दर्ज किया गया है। वहीं 3 लोगों के खिलाफ नौकरी दिलवाने के नाम पर धारा 420 के तहत ठगी का केस दर्ज किया गया है।
सुसाइड नोट लिखा है इनके नाम
सुसाइड नोट में उसने मोहम्मद अकबर सहित कई लोगों के नाम का जिक्र किया है। जिसमें लिखा गया गया है कि, वन विभाग में विभिन्न पदों पर नौकरी लगवान नाम पर उन्होंने पैसों की ठगी की है। यह भी लिखा है कि, उन्होंने और उनके सहयोगियों ने 40 से अधिक लोगों से 3 करोड़ 70 लाख से ज्यादा की ठगी की गई है। मृतक के सुसाइड नोट के आधार पर पुलिस ने पूर्व वन मंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता मोहम्मद अकबर के सहित 3 अन्य लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने के लिए डौंडी थाने में बीएनएस की धारा 108 के तहत केस दर्ज किया गया है। वहीं 3 लोगों के खिलाफ नौकरी दिलवाने के नाम पर धारा 420 के तहत ठगी का केस दर्ज किया गया है।