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3 जून के पावन अवसर पर छत्तीसगढ़ के समाजसेवी, पत्रकार और साहित्यकार लोक गायक श्री पी. एल. कुर्रे (प्रीत लाल कुर्रे )को जन्मदिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ

3 जून के पावन अवसर पर : छत्तीसगढ़ के समाजसेवी, पत्रकार और साहित्यकार लोक गायक श्री पी. एल. कुर्रे (प्रीत लाल कुर्रे )को जन्मदिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ

छत्तीसगढ़ के सांस्कृतिक, सामाजिक और साहित्यिक जगत पत्रकारिता में अपनी विशिष्ट पहचान बनाने वाले लोकप्रिय समाजसेवी, संपादक, पत्रकार और लोक गायक श्री पी. एल. कुर्रे (प्रीतलाल कुर्रे) का 3 जून को जन्मदिवस मनाया जाता है। यह दिन न केवल उनके जन्मोत्सव के रूप में, बल्कि छत्तीसगढ़ की धरती के उन पुण्य पुरुषों में से एक के योगदान को याद करने का भी महत्वपूर्ण अवसर है, जिन्होंने अपने जीवन को समाज सेवा, साहित्य और पत्रकारिता के लिए समर्पित किया।

पावन भूमि तेलासी पूरी : गुरु घासीदास और गुरु अमरदास की कर्मभूमि

श्री पी. एल. कुर्रे का जन्म छत्तीसगढ़ के पावन धाम तेलासी पूरी के मिट्टी में हुआ, जो संत शिरोमणि परम पूज्य बाबा गुरु घासीदास जी एवं बाल ब्रम्हचारी गुरु अमरदास जी की कर्मभूमि के रूप में विख्यात है। इस पावन भूमि ने उन्हें आध्यात्मिक और सामाजिक मूल्यों की गहरी समझ दी, जिसने उनके जीवन में न केवल एक सशक्त समाजसेवी के रूप में बल्कि एक सशक्त सांस्कृतिक स्तम्भ के रूप में योगदान दिया।

समाज सेवा और पत्रकारिता में अग्रणी भूमिका

श्री पी. एल. कुर्रे छत्तीसगढ़ के जाने-माने समाजसेवी के रूप में सदैव जन कल्याण के लिए काम करते रहे हैं। उनका समाज के प्रति समर्पण और सेवा भाव उनकी पहचान का मुख्य आधार है। उन्होंने छत्तीसगढ़ की सृजन भूमि ‘छत्तीसगढ़ अखबार’ की स्थापना की, जो आज प्रदेश के पत्रकारिता जगत में एक मजबूत और विश्वसनीय स्तम्भ के रूप में स्थापित है। उनके संपादन में अखबार ने न केवल समाज की आवाज़ को सुना, बल्कि महत्वपूर्ण सामाजिक मुद्दों को उजागर कर जागरूकता फैलाने का कार्य किया।

साहित्यिक और लोकगीतों में योगदान

एक लोक गायक, साहित्यकार और कवि के रूप में श्री कुर्रे ने छत्तीसगढ़ी संस्कृति को समृद्ध करने में अहम भूमिका निभाई। उनकी कविताओं और गीतों में छत्तीसगढ़ की जीवनशैली, उसकी परंपराएं, और सामाजिक संवेदनाएं सहजता से झलकती हैं। उनकी रचनाएँ आज भी लोगों के दिलों को छूती हैं और छत्तीसगढ़ी लोक संस्कृति को एक नई दिशा देती हैं।

राजनैतिक सक्रियता और जन प्रतिनिधित्व की दिशा में प्रयास

श्री पी. एल. कुर्रे ने विधानसभा कसडोल के विधायक प्रत्याशी के रूप में भी जन सेवा के लिए अपनी प्रतिभा और काबिलियत का परिचय दिया। इसके साथ ही वे पूर्व जिला सदस्य प्रत्याशी भी रह चुके हैं। उनका यह राजनीतिक सफर उनकी जनता के प्रति गहरी प्रतिबद्धता का प्रमाण है।

3 जून का विशेष महत्व

हर वर्ष 3 जून को उनके जन्मदिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ के विभिन्न क्षेत्रों में सामाजिक, सांस्कृतिक और साहित्यिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जिनमें उनके योगदान को याद किया जाता है और नई पीढ़ी को प्रेरित किया जाता है। उनके जन्मदिवस पर दी जाने वाली शुभकामनाएं न केवल उनके व्यक्तित्व के लिए सम्मान हैं, बल्कि छत्तीसगढ़ के गौरव और सांस्कृतिक समृद्धि का प्रतीक भी हैं।

🌟 श्री पी. एल. कुर्रे ( प्रीत लाल कुर्रे )को ‘राष्ट्रीय पत्रकार गौरव सम्मान 2025’ से सम्मानित किया गया 🌟
रायपुर, 02 मई 2025 | विशेष प्रतिनिधि

छत्तीसगढ़ की पत्रकारिता, समाजसेवा और सांस्कृतिक क्षेत्र में अपनी विशिष्ट पहचान बनाने वाले श्री पी. एल. कुर्रे (प्रीतलाल कुर्रे) को “राष्ट्रीय पत्रकार गौरव सम्मान 2025” से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें 30 मई को रायपुर स्थित वृंदावन हॉल, सिविल लाइंस में आयोजित भव्य समारोह में प्रदान किया गया।

इस सम्मान समारोह का आयोजन छत्तीसगढ़ पत्रकार जनकल्याण समिति एवं अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं अपराध नियंत्रण संगठन (IHRCCO INDIA) के संयुक्त तत्वावधान में किया गया, जिसमें देशभर से आए वरिष्ठ पत्रकारों, साहित्यकारों एवं समाजसेवियों ने भाग लिया।

श्री पी. एल. कुर्रे न केवल एक अनुभवी पत्रकार और संपादक हैं, बल्कि एक लोकप्रिय लोकगायक, कवि और साहित्यकार के रूप में भी अपनी अमिट छाप छोड़ चुके हैं। उन्होंने “छत्तीसगढ़ अखबार” की स्थापना कर जनहित की आवाज को मजबूती प्रदान की है और समाज के महत्वपूर्ण मुद्दों को उजागर करने का कार्य किया है।

उनका जन्म तेलासी पूरी (छत्तीसगढ़) जैसे पवित्र क्षेत्र में हुआ, जिसे संत बाबा गुरु घासीदास जी और गुरु अमरदास जी की कर्मभूमि के रूप में जाना जाता है। इसी आध्यात्मिक भूमि की प्रेरणा से उन्होंने समाजसेवा और संस्कृति के क्षेत्र में अथक योगदान दिया।

श्री कुर्रे ने विधानसभा कसडोल से विधायक प्रत्याशी के रूप में और पूर्व जिला सदस्य पद के प्रत्याशी के रूप में भी अपनी सामाजिक प्रतिबद्धता का परिचय दिया है।

उनके जन्मदिवस 3 जून के पावन अवसर पर प्रदेशभर में विभिन्न सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। उन्हें जन्मदिवस की शुभकामनाओं के साथ-साथ इस प्रतिष्ठित राष्ट्रीय सम्मान के लिए शुभेच्छाओं का सिलसिला लगातार जारी है।

🎉 श्री पी. एल. कुर्रे को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं – उनका जीवन नई पीढ़ी के लिए एक प्रेरणा स्रोत है।


समापन शब्द

श्री पी. एल. कुर्रे का जीवन एक प्रेरणा है, जो हमें बताता है कि समाज सेवा, सांस्कृतिक संवेदनशीलता और पत्रकारिता के माध्यम से हम अपने समाज को कितना सशक्त बना सकते हैं। उनके प्रयास और समर्पण आज भी छत्तीसगढ़ के युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं।

हम सभी की ओर से श्री पी. एल. कुर्रे जी को उनके जन्मदिवस पर हार्दिक शुभकामनाएं। ईश्वर उन्हें स्वस्थ, सुखी और दीर्घायु बनाए, जिससे वे अपने कार्यों से छत्तीसगढ़ और देश की सेवा करते रहें।

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